काठमांडू। यूसीपीएन (माओवादी) केंद्रीय समिति के अध्यक्ष पुष्पा कमल दहल 'प्रचंड' ने सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन सीपीएन (यूएमएल) और यूसीपीएन (माओवादी) केंद्र के बीच एकता को रद्द करने के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की है।
प्रचंड के सचिवालय ने जानकारी दी है कि समीक्षा याचिका दायर करने के लिए प्रचंड मंगलवार सुबह 11 बजे सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं।
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने 8 जून, 2008 को यूएमएल और यूसीपीएन (माओवादी) के बीच एकता को खारिज कर दिया था।
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (CPN) का गठन UML और UCPN (M) को एकजुट करके किया गया था। यह 2075 में चुनाव आयोग द्वारा पंजीकृत और मान्यता प्राप्त था।
हालाँकि, चेयरमैन ऋषि कत्याल चुनाव आयोग के खिलाफ यह कहते हुए सुप्रीम कोर्ट गए थे कि उनका नेतृत्व पहले से ही चुनाव आयोग के पास पंजीकृत था।
जस्टिस बम कुमार श्रेष्ठ और कुमार रेगमी की पीठ ने कट्टेल के नेतृत्व वाले सीपीएन (माओवादी) को मान्यता दी और यूएमएल और यूसीपीएन (एम) के बीच एकता को कमजोर करने का फैसला किया।
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Reviewed by sptv nepal
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March 29, 2021
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