उच्च रक्तचाप को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। हालांकि यह फिलहाल एक बड़ी बीमारी नहीं लगती, लेकिन यह धीरे-धीरे लोगों को बीमार और मर रही है।
उच्च रक्तचाप के शुरुआती लक्षणों में चक्कर आना, अनिद्रा और हृदय गति में वृद्धि शामिल है। जब अप्रबंधित छोड़ दिया जाता है, तो उन्हें भटका दिया जा सकता है और सही रास्ता खो सकता है, जिससे दिल का दौरा, स्ट्रोक और गुर्दे की विफलता हो सकती है।
जीवनशैली और आहार पर ध्यान देकर उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। आयुर्वेद डॉक्टरों के अनुसार, कुछ घरेलू खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन से भी रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। जो निम्नलिखित है:
खान नट्स खाएं: उच्च रक्तचाप वाले रोगियों को पर्याप्त मात्रा में नट्स खाने चाहिए। फलों में पोटेशियम होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
केला खाएं: केले में भी पोटेशियम की पर्याप्त मात्रा होती है, जो शरीर पर नमक के प्रभाव को कम करता है। रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए प्रतिदिन 2.3 केले खाना फायदेमंद है।
लहसुन: लहसुन में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट और एलिसिन रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसलिए रोज सुबह खाली पेट दो लहसुन की एक कली और एक गिलास पानी पीने से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
· अदरक: अपने आहार में पर्याप्त अदरक शामिल करें। अदरक में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो रक्त परिसंचरण को संतुलित करते हैं।
· काली मिर्च: आधा गिलास पानी में एक चम्मच मिर्च पाउडर मिलाएं और इसे थोड़ा गर्म करें। ठंडा होने के बाद 2.2 घंटे में धीरे-धीरे पिएं।
· तुलसी और नीम की पत्तियाँ: तुलसी और नीम के पत्तों के रस को पानी में मिलाकर रोज सुबह खाली पेट पीने से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
· मेथी: एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी के बीज को मिलाएं और इसे उबालें। फिर मेथी के पानी को ठंडा करके पिएं।
· गाजर और पालक का रस: एक गिलास गाजर और पालक का रस सुबह-शाम पीने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में लाभ होता है।
· आंवला का रस और शहद: 1 चम्मच आंवला का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर प्रतिदिन सुबह और शाम खाने से रक्तचाप कम होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
· नींबू का पानी: उच्च रक्तचाप वाले लोगों को नियमित रूप से एक गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर दिन में 3.4 बार पीना चाहिए।
गेहूं और बेसन: गेहूं और बेसन को बराबर मात्रा में मिलाएं और उसी आटे से रोटी बनाएं। ऐसी ब्रेड खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म सुधरता है और रक्तचाप को संतुलित करता है।
- एजेंसी की मदद से
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